भोजपुरी गीत
बाति-बाति पर मति तूं खिसियां रानी ,
दूरि चल जाइब , यादि आइब रानी ।
पास रहला पर इतना इठलात बाड़ू ,
बाते -बाते पर तूं खिसियात बाड़ू ।
कइसे निबही जिनगीं बताव रानी !
जब से अइलू तूं हमार जिनगीं में ,
तब से आइल बा बहार जिनगीं में।
उजड़ल घरवा के त तूं बसा दिहलू ,
अलग भइल परिवार के मिला दिहलू।
इ करनी तोहार ना भुलाइ रानी !!
तोहरा चलते ही घर हमार बसल ,
तोहरा रहते दुःख दलिदर टकसल ।
तोहार करनी सब बखान करे ला ,
तोहरा के ही सभे यादि करे ला ।
सभे के स्नेह कइसे भुलइबू रानी !!
- भरत मिश्र प्राची , जयपुर