Thursday, April 11, 2013

जब जब आई बाढ यहाँ पर , जब जब पड़ा आकाल ,
कुछ  की किस्मत बदल गई ,कुछ तो हुए बेहाल !
उलट फेर के इस गणित में ,उलझ गया यह देश ,
लूट - पाट  ऐसी मच गई ,बचा न अब कुछ शेष !

Friday, April 5, 2013

भोजपुरी धाम 
हम केकर - केकर नाम बताई 
हम केकर - केकर काम बताई 
एक से बढि के एक भइल बा ,
इ  भोजपुरिया  परिवार  में !
जेकरा करनी से चमकल बा ,
देश के माथा इ संसार  में  1 
आजादी के विगुल बजवले ,
पहिले   मंगल पांडे  भाई !
अस्सी बरस के बाबू कुंवर ,
जागल  झोश जवानी आई !
दिहले अइसन  उ पटकनी ,
अंग्रेजन पर आफत आइल !
भगलस रण  छोड़ फ़िरंगी , 
आजादी झंडा लहराइल !
फ़िजी ,मारीशस और सूरीनाम ,
भोजपुरियन से  भरल तमाम !
देश विदेश जहां भी इ गईले ,
गाड़ी  के झंडा कईले  नाम !
साहित्य कला संस्कृति सब में 
भोजपुरियन के देंखी काम ,
विस्मिला ,महेन्द्र .भिखारी ,
चर्चित  कईले भोजपुरी धाम!
जेकरा से भी भोजपुरी चर्चित ,
करत बनी हम ओके परनाम !
-भरत मिश्र प्राची  


Tuesday, April 2, 2013

udarikaran

  • आर्थिक उदारीकरण में 
  • निहित हें  अपराधीकरण 
  • लोग होंगे बेकार 
  • बेरोजगार 
  • मचेगी हाहाकर 
  • लूट मार 
  • कर्तव्यो की होगी भरमार 
  • मांगने पर भी 
  • न मिलेंगें अधिकार 
  • निरीह आँखे  
  • देख पायेगी केवल चुपचाप 
  • होते अनाचार 
  •  तब 
  • न हम होंगे 
  • न  होगी हमारी सरकार १