Wednesday, March 28, 2012

ham desh ke raja hae

हम देश के राजा  हैं 
देश की जनता ने 
बड़े शौक से हमारे सर ताज रखा है 
हम जो चाहेंगे 
वहीँ  करेंगे ,
 न सुनेंगे  / न सुनने  देंगे ,
लूटना है /तो लूटेंगे ,
बेचना है तो बेचेंगे ,
आप क्या कर लेंगे ,
हम देश के राजा  है !
हमारे राज में ,
चोर उच्चके ,
लुच्चे लफंगे ,
 पनपेंगे तो पनपेंगे ,
कोई धर पकड़ नहीं होगी ,
ये हमारे वंशज है ,
इन्हीं से देश में भ्रस्टाचार पनपेगा ,
और यह देश जल्दी ही 
भ्रस्टाचारी की सूचि में ,
एक नंबर का हो जायेगा !
आप सब धन को लेकर व्यर्थ चिंतित है ,
देश का धन 
देश के लोगों के पास है 
तो क्या फर्क पडंता है ,
इस घर रहे या उस घर रहे ,
या विदेशी बैंक में रहे !
जाँच पर जाँच लाइए ,
आयोग पर आयोग बैठाइये,
क्या फर्क पड़ता ,
सबके सब अपने ही तो है ,
जो ले दे के रफ्फा दफ्फा कर देंगे !
और यदि बात ,
नहीं बन पाई ,
 जेल जाना ही पड़ा 
तो शौक से जायेंगे ,
जेल तो हमारा वो घर है ,
जहाँ जाने से 
नाक  नहीं कटती 
नाम और चमक जाता !
इस देश की जनता जानती है ,
हम हीं केवल 
देश के धन को सुरक्षित रख सकते है ,
हमसे बढ़िया नेता इस देश को ,
न कभी मिला है ,
 न कभी मिलेगा ,
यह बात इस देश की जनता 
अच्छी तरह जानती है ,
तभी तो हमारे सर ताज ,
बार बार रख देती है ,
और हम देश के राजा  बन जाते है