हम देश के राजा हैं
देश की जनता ने
बड़े शौक से हमारे सर ताज रखा है
हम जो चाहेंगे
वहीँ करेंगे ,
न सुनेंगे / न सुनने देंगे ,
लूटना है /तो लूटेंगे ,
बेचना है तो बेचेंगे ,
आप क्या कर लेंगे ,
हम देश के राजा है !
हमारे राज में ,
चोर उच्चके ,
लुच्चे लफंगे ,
पनपेंगे तो पनपेंगे ,
कोई धर पकड़ नहीं होगी ,
ये हमारे वंशज है ,
इन्हीं से देश में भ्रस्टाचार पनपेगा ,
और यह देश जल्दी ही
भ्रस्टाचारी की सूचि में ,
एक नंबर का हो जायेगा !
आप सब धन को लेकर व्यर्थ चिंतित है ,
देश का धन
देश के लोगों के पास है
तो क्या फर्क पडंता है ,
इस घर रहे या उस घर रहे ,
या विदेशी बैंक में रहे !
जाँच पर जाँच लाइए ,
आयोग पर आयोग बैठाइये,
क्या फर्क पड़ता ,
सबके सब अपने ही तो है ,
जो ले दे के रफ्फा दफ्फा कर देंगे !
और यदि बात ,
नहीं बन पाई ,
जेल जाना ही पड़ा
तो शौक से जायेंगे ,
जेल तो हमारा वो घर है ,
जहाँ जाने से
नाक नहीं कटती
नाम और चमक जाता !
इस देश की जनता जानती है ,
हम हीं केवल
देश के धन को सुरक्षित रख सकते है ,
हमसे बढ़िया नेता इस देश को ,
न कभी मिला है ,
न कभी मिलेगा ,
यह बात इस देश की जनता
अच्छी तरह जानती है ,
तभी तो हमारे सर ताज ,
बार बार रख देती है ,
और हम देश के राजा बन जाते है
2 comments:
हम जो चाहेंगे वहीँ करेंगे ,
न सुनेंगे / न सुनने देंगे ,
लूटना है /तो लूटेंगे ,
बेचना है तो बेचेंगे ,
आप क्या कर लेंगे ,
हम देश के राजा है !
बहुत बड़ी विडंबना है …
हमसे बढ़िया नेता इस देश को ,
न कभी मिला है , न कभी मिलेगा ,
यह बात इस देश की जनता अच्छी तरह जानती है ,
तभी तो हमारे सर ताज , बार बार रख देती है ,
और हम देश के राजा बन जाते है
अफ़सोस !
सब जनता के जागरुक न रहने का नतीज़ा है …
इस बार भी मतदान के वक़्त जनता सोई रही तो
भारतीयों के लिए भ्रष्टाचार और दमन सदियों के लिए स्थायी हो जाएगा …
♥आदरणीय डॉ. भरत मिश्र प्राची जी♥
नमस्कार !
आपके ब्लॉग पर आ'कर बहुत अच्छा लग रहा है
अच्छी रचना के लिए बधाई !
…लेकिन पोस्ट बदले हुए बहुत समय हो गया
:)
नई रचना की प्रतीक्षा रहेगी …
शुभकामनाओं सहित…
मेरे ब्लॉग शस्वरं पर आपका हार्दिक स्वागत है …
पधारिगा …
म्हारै राजस्थानी ब्लॉग ओळ्यूं मरुधर देश री… पर थां'रौ घणैमान स्वागत है …
पधारजो सा …
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